पुलिस वालों की भर्ती में रिश्वत बंद कीजिए।
रिश्वत ने यूं तो समाज का कबाडा कर दिया,
अपने खास कारिंदों को तो इससे बचा लीजिए ।
मैं नहीं कहता हूँ सब 'असीम अरुण' बन जाएं,
गुजारिश है 'आटे में नमक' बराबर लीजिए ।
तहरीर रिसीव करने के भी दाम लेते हैं,
ऐसे मुंशियों को तो तडीपार कीजिए ।
जब मां - बहन थाने में हो, तब तो न दीजिए ।
1 comment:
rishwat band karana aasan nahin h,
munh se laga khoon chhudana aasan nahin h,
shuruaat aapne ki h to badhai swikaren,
thane men aane walon ko na dutkaren,
bhanu pratap singh
agra
Post a Comment