Thursday, December 2, 2010

अब आप बताइए पुलिस क्या करे?

हाल के दिनों में गोरखपुर पुलिस की सेवा १०० पर नागरिकों की अधिसंख्य शिकायतें रात में डी जे आदि बजा कर शोर मचाने की आ रही हैं. अभी तक पुलिस की मोटर साइकिल मोबाइल (गश्ती इकाई) जा कर आवाज़ कम करा आती थी, लेकिन महसूस किया गया कि ज़्यादातर लोग थोड़ी देर बाद फिर आवाज़ बढ़ा लेते हैं और शिकायतकर्ता फिर १०० नंबर पर फोन करता है. इसलिए तय किया गया कि अब केवल आवाज़ कम नहीं कराई जायेगी बल्कि कानूनी कार्यवाही भी की जायेगी ताकि समस्या का पूर्ण हल निकाला जा सके.

तयशुदा नीति पर चलते हुए पुलिस अब ध्वनि प्रदूषण करने वालों पर एफ आई आर दर्ज कर गिरफ्तारियां कर रही है और उपकरणों को ज़ब्त भी कर रही है.

लेकिन पुलिस के काम में हमेशा यह मुश्किल रहती है कि जब कानून को लागू करे (प्रवर्तन करे) तो प्रभावशाली लोग प्रभाव डालना शुरू कर देते हैं... जैसे कि, अरे जाने दीजिए लोग मज़े कर रहे हैं, आपको क्या प्रॉब्लम है?

१० बजे से सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबन्ध लगाया है अभी तो केवल १०.३० बजे हैं. कार्यक्रम में मंत्री जी हैं, अरे जाने दीजिए!!!
अब आप ही बताइए पुलिस को इस स्तिथि से कैसे डील करना चाहिये?

असीम अरुण